विश्व महासागर खतरे में हैं

मर रहा है दुनिया का महासागर

कचरे से विश्व महासागर का प्रदूषण, साथ ही पिछले 70 वर्षों में विश्व महासागर की मछलियों और अन्य जानवरों की अधिकता से इसके निवासियों की संख्या में 95% की कमी आई है । बहुत जल्द दुनिया के महासागरों में जीवित कुछ भी नहीं बचा होगा ।
प्लास्टिक, परमाणु, रसायन, तेल और अन्य खतरनाक अपशिष्ट विश्व महासागर में हैं ।

जल्द ही विश्व महासागर से किसी भी मछली को पकड़ना असंभव हो गया । पृथ्वी के अरबों निवासियों को भोजन के बिना छोड़ दिया जाएगा ।